कूटनीति का महाकुंभ रायसीना डायलॉग आज होगा शुरू, 40% से ज्‍यादा महिलाओं की रहेगी भागीदारी

नई दिल्ली: दुनिया के सबसे अनोखे भव्य और और कूटनीतिक महाकुंभ के संगम रायसीना डायलॉग की आज से दिल्ली में शुरुआत हो रही है. रायसीना डायलॉग के उद्घाटन सत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मौजूद रहेंगे. उद्घाटन सत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ही 7 देशों के पूर्व हेड भी मौजूद रहेंगे. यह तमाम अतिथिगण दुनिया के समक्ष जो ग्लोबल चैलेंज हैं उनको लेकर अपनी राय रखेंगे और अपने आइडियाज को इस महासंगम में शेयर करेंगे. संवाद के महाकुंभ में 2030 के लिए जो एजेंडा रखा गया है. उसमें रोल ऑफ टेक्नोलॉजी इन मॉडर्न वर्ल्ड, क्लाइमेट चेंज एंड काउंटर टेररिज्म जैसे मुद्दों पर डिस्कशन होगा.

इन मुद्दों पर जो लोग चर्चा करेंगे, उसमें न्यूजीलैंड के पूर्व प्रधानमंत्री हेलेन क्लार्क अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई, स्टीफन हार्पर कनाडा के पूर्व प्रधानमंत्री, कार्ल बिल्ट स्वीडन के पूर्व प्रधानमंत्री और एंडर रासमुसेन डेनमार्क के प्रधानमंत्री, तशेरिंग तोबगे पूर्व प्रधानमंत्री भूटान के और हान सेंग-सू साउथ कोरिया के पूर्व प्रधानमंत्री स्पीकर हैं. विश्व की यह नेता नई दिल्ली में रायसीना डायलॉग  में इन्वेस्ट मुद्दों पर गहन विचार-विमर्श और चर्चा करेंगे.

जिन देशों के विदेश मंत्री नई दिल्ली मे रायसीना डायलॉग  के हिस्सा हैं उनमें से रूस के विदेश मंत्री, ईरान, ऑस्ट्रेलिया, मालदीव, साउथ अफ्रीका, एस्टोनिया, चेक रिपब्लिक, डेनमार्क, हंगरी, लातविया उज्बेकिस्तान और यूरोपीय यूनियन के प्रतिनिधि शामिल हैं. इसके साथ ही सेक्रेटरी जनरल ऑफ शंघाई कॉपरेशन यानि SCO और सेक्रेट्री जनरल ऑफ कॉमन वेल्थ भी इसमें भाग ले रहे हैं. अफगानिस्तान के एनएसए और अमेरिका के डिप्टी एनएसए समेत कई मंत्री इसमें भाग लेने के लिए पहुंच गए हैं.

भारत के नई दिल्ली में होने वाला रायसीना डायलॉग  अपने आप में एक अनूठा आयोजन है, जिसमें पूरी दुनिया महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करती है. इसमें जियो पॉलिटिक्स और जियो इकोनॉमिक्स पर मंथन होता है.

रायसीना डायलॉग  14 जनवरी को शाम 6:00 बजे से शुरू होकर 15 और 16 जनवरी तक चलेगा. इसमें 80 से ज्यादा सेशन होंगे जिनमें चर्चा होगी. जो 5 सब्जेक्ट सबके सामने रहेंगे इसमें ´द नेशनलिस्ट इंपल्सिव चैलेंज एस ग्लोबल इंस्टीट्यूशंस एंड कलेक्टिव एक्शन, दूसरा द डिबेट ऑन द ग्लोबल ट्रेडिंग आर्किटेक्चर, तीसरा द रोल ऑफ टेक्नोलॉजी इन डाटा माइनिंग, चौथा पॉलीटिकल इकोनामिक एंड मिलट्री पावर पांचवा द ग्लोबल डेवलपमेंट एजेंडा एंड स्टेट इंडिविजुअल रिलेशनशिप इन द एज ऑफ डिजिटल कम्युनिटीज एंड साइबर स्पेस. ये वह सब्जेक्ट है जिन पर पूरी दूनिया रायसीना डायलॉग  में मंथन करेगी.

रायसीना डायलॉग  का ये पांचवा साल है, लेकिन जिस तरह से इसमें डिस्कशन और चर्चा होती है दुनिया भर में इसकी क्रेडिबिलिटी है. तमाम देश भाग लेते हैं उससे डिप्लोमेसी में भारत का बढ़ता कद भी परिलक्षित होता है.


Web Title : MAHAKUMBH RAISINA DIALOGUE OF DIPLOMACY TO BEGIN TODAY, MORE THAN 40% OF WOMEN TO PARTICIPATE

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